ताईमाईअक्काने, झगडा करके, माँ-बहेन एक, कर दी है !
कुलदेवी, पहले पाकिस्थान और लंडन भागी थी ! अब, चायना भाग गई है !.. ॥
अब, चाय - कॉफी का झगडा झेलो ! और, शादी के बाद,
मोबाईल और रोबोट के साथ खेलो ! ॥ १ ॥
ना स्वाद है, ना खुशबू है ! चायनाबाई ' दिखावे का फुल ' है !
हाथ में पैसा नही, ..और ' मोबाईल ' के साथ ' टुल्ल ' है ! ॥
देखो विग्यान - तंत्रज्ञान की क्या ' जम्प ' है ?
दुर से ही,..' आँखो का पानी ' खिचने का ' पंप ' है ! ॥ २ ॥
घरघर बाहुला - बाहुली की,. उबलती ' चाय ' है !
कहाँ मुझे, असली दूध देनेवाली.. ' माय ' है ? ॥
' विठ्ठल ' को छोड, ' मित्तल ' को पकडा ! ' सोने ' को छोड, ' पित्तल ' को पकडा !
मित्तलने करवा दिया, घरघर में झगडा ! पि गए, ' देसी घी ', हाथमें रहा डालडा ! ॥ ३ ॥
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