माया कौन है ?
' स्वयं ' छोडके सब माया है !
यानि, आपके रिश्तेदार, बॉस क्लायंट, गुरु, मातापिता, भाईबहन, दोस्त, यहाँतक की, आपका खुदका शरीर, ये केवल एक माया कहा गया है !
स्वयं यानि केवल आत्मा !
' स्वयं का देहरहीत आत्मा ' छोडके सबकुछ माया है ! जो हमेशा के लिये हमारे साथ टिकती नहीं वो सारी वस्तु, परिस्थिती और व्यक्ती तथा काल ये सब माया है !
आप माया को प्रतिसाद कैसे देते है ? इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है, माया आपसे क्या क्या करवाती है ?
Maya Approach 1)
जनता मार्केट को देखते रहो और जनता को सुनते रहो ! .....
जनता मार्केटमें नयेनये आईटम भेजते रहो !
ये है, माया का लहरी ॲप्रोच !
Maya Approach 2)
Maya Approach 2)
कुछ नहीं देखना है, कुछ नहीं सुनना है ! ......
सिर्फ खुदापे ध्यान करना है !
ये है, माया का माँ बाबाजी ॲप्रोच !
Maya Approach 3)
Maya Approach 3)
देखो .....
और ॲक्ट करो !
ये है, माया का क्राईस्ट ॲप्रोच !
Maya Approach 4)
Maya Approach 4)
किसी का मत सुनो ! ......
चुपचाप अपुन को जो करना है वही काम करो !,
सभी लोगोंको ईग्नोर करो !......
छुपते रहो, छुपाते रहो,
और भागते रहो ! ......
ये है, माया का श्रीकृष्ण ॲप्रोच !
Maya Approach 5)
देखो, सुनो, सिखो और सिखाओ !
ये है, माया का योगानंद ॲप्रोच !
Maya Approach 6)
डराओ, भुलाओ
और फिर अपने पास बुलाओ !.......
खिलाओ पिलाओ,
और कामपे लगाओ ! ........
निंद से उठाओ, सिखाओ, शिक्षक बनाओ !
और सभी को सिखाने पे लगाओ ! ......
बुलाओ, सुलाओ,
और टपकाओ ! .......
झुलसाओ
और फिरसे बुलाओ ! .......
ये है, माया का युक्तेश्वर ॲप्रोच !
# How do you react with Your ' time bound ' physical life?
# टाईम बाऊंड (काल मर्यादीत) रिॲक्टीव्ह ॲप्रोच सिलेक्शन !
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